संज्ञा
| किसी देश की अनेक जातियों व जनजातियों में पीढ़ी दर पीढ़ी चली आ रही पारंपरिक कला:"कलमकारी, कांगड़ा, गोंड, चित्तर, तंजावुर, थंगक, पातचित्र, पिछवई, पिथोरा, फड़, बाटिक, मधुबनी, यमुनाघाट तथा वरली आदि भारत की प्रमुख लोक कलाएँ हैं" पर्याय: लोककला, लोक-कला,
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